पुष्प की पंखुडियों जितने
या फिर अनगिनत
किसी महल मे लगे पत्थरों जितने
शब्द-तुम्हारे और मेरे बीच
नही बनता पुष्प
न ही महल
ऐसे अर्थहीन शब्दों का हम क्या करें
इसी कारण
मैने नही दिया उपहार मे शब्दकोश तुम्हे
इसी कारण
मै लौट आता हूँ बहुत बार
अबोला तुम्हारे आँगन से....।
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