Sunday, August 28, 2011

मैने नही दिया उपहार मे शब्दकोश

हो सकते है थोडे से

पुष्प की पंखुडियों जितने

या फिर अनगिनत

किसी महल मे लगे पत्थरों जितने

शब्द-तुम्हारे और मेरे बीच

नही बनता पुष्प

न ही महल

ऐसे अर्थहीन शब्दों का हम क्या करें

इसी कारण

मैने नही दिया उपहार मे शब्दकोश तुम्हे

इसी कारण

मै लौट आता हूँ बहुत बार

अबोला तुम्हारे आँगन से....।

(मालचंद तिवाडी)

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